Blog

जिनके अंगकी कान्ति मेघके सदृश श्याम है, उसमें ललित त्रिभंग शोभा पाता है, जो नाना रंगोंमें रहते हैं

गोकुलपरिवारं मदनाकारं कुञ्जविहारं गूढ़तरम्। श्रीनन्दकुमाराष्टकम्

गोकुलपरिवारं मदनाकारं कुञ्जविहारं गूढ़तरम्। वल्लभव्रजचन्द्रं सुभगसुछन्दं कृतआनन्दं भ्रान्तिहरम्।। श्रीनन्दकुमाराष्टकम् –** *********************** जलधरद्युतिअङ्गं ललितत्रिभङ्गं बहुकृतरङ्गं रसिकवरम्...Read More

केतु के बुरे असर से बचाते हैं ये आसान उपाय

केतु के बुरे असर से बचाते हैं ये आसान उपाय ज्योतिष शास्त्र में केतु को...Read More

पूरी दुनिया हो सकती है मुट्ठी में श्री वैभव लक्ष्मी मंत्र

देवी के विभिन्न मंत्रों के जाप से इंसान उपरोक्त सभी लाभ प्राप्त कर सकता है,...Read More

1 94 95 96 97 98 115

Currency
Translate
X