Blog

नमस्ते देवि गायत्रि सावित्रि त्रिपदेSक्षरे।
May 16, 2019
श्रीगायत्रीस्तोत्रम् नमस्ते देवि गायत्रि सावित्रि त्रिपदेऽक्षरे । अजरे अमरे मातस्त्राहि मां भवसागरात् ॥ १॥ नमस्ते...Read More

गोष्पदीकृतवारिशं मशकीकृतराक्षसम्।
May 16, 2019
गोष्पदीकृतवारिशं मशकीकृतराक्षसम्। रामायणमहामालारत्नं वन्देSनीलात्मजम्।। अञ्जनानन्दनं वीरं जानकीशोकनाशनम्। कपीशमक्षहन्तारं वन्दे लङ्काभयङ्करम्।। गोष्पदीकृतवारीशं मशकीकृतराक्षसम्। रामायणमहामालारत्नं वन्देऽनिलात्मजम्॥ अर्थ:...Read More

तं सूर्यं जगतकर्तारं महातेजप्रदीपनम्।
May 16, 2019
यह वाक्य सूर्य अष्टकम से लिया गया है, जिसका अर्थ है ''महान प्रकाशक, जगत के...Read More