रवि योग क्या है? जानिए महत्व, लाभ और विशेष उपाय

रवि योग क्या है? जानिए महत्व, लाभ और विशेष उपाय
June 14, 2025
📖 रवि योग क्या है?
हिंदू ज्योतिष शास्त्र में रवि योग को अत्यंत शुभ योग माना जाता है। यह योग विशेष रूप से सफलता, विजय और कार्य सिद्धि के लिए प्रसिद्ध है। रवि योग में किए गए शुभ कार्यों में बाधाएं दूर होती हैं और कार्य सिद्ध होते हैं।
🌟 रवि योग कैसे बनता है?
जब चंद्रमा किसी विशेष नक्षत्र में स्थित हो और वह रविवार (सूर्य ग्रह के स्वामी दिन) के साथ संयोग करता है, तब रवि योग बनता है। विशेष रूप से जब चंद्रमा भरणी, कृत्तिका, पुष्य, अश्लेषा, मघा, स्वाति, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद या रेवती नक्षत्र में स्थित हो और उस दिन रविवार हो — तब यह योग निर्मित होता है।
✨ रवि योग का महत्व:
✔ नए कार्यों की शुरुआत के लिए श्रेष्ठ
✔ नौकरी या व्यापार में सफलता
✔ प्रतियोगी परीक्षा में लाभकारी
✔ खरीदारी, निवेश या सौदे में लाभ
✔ यात्रा की शुरुआत के लिए शुभ
✔ किसी भी कार्य में विघ्न बाधा दूर होती है
🪔 रवि योग में क्या करें?
1️⃣ नया व्यवसाय या स्टार्टअप शुरू करें
2️⃣ सरकारी या कोर्ट-कचहरी के काम करें
3️⃣ नई संपत्ति, वाहन या गहनों की खरीद
4️⃣ वैवाहिक वार्तालाप या विवाह तिथि निर्धारण
5️⃣ यात्रा या विदेश जाने की शुरुआत
🗝️ रवि योग के विशेष उपाय:
🔸 इस दिन सूर्य देव को अर्घ्य (जल) देना — “ॐ घृणि सूर्याय नमः” का जाप करें।
🔸 भगवान विष्णु या श्रीराम का पूजन करें।
🔸 तांबे के पात्र में जल भरकर सूर्य को अर्पित करें।
🔸 जरूरतमंदों को गुड़ और गेहूं का दान करें।
🔸 अच्छे स्वास्थ्य और उन्नति के लिए सूर्य मंत्र का जप करें।
⚠️ क्या न करें: भी सर्वार्थसिद्धि योग की तरह सभी कार्यों के लिए शुभ (Shubh Muhurat) माने जाते हैं। रवि योग सभी बुरे अशुभ योगों को नष्ट करने की अद्भुत शक्ति रखता है। :
❌ इस योग में नकारात्मक विचारों से बचें
❌ झूठ, छल-कपट या गलत कार्य न करें
📌 निष्कर्ष:
यदि आप अपने जीवन में कोई बड़ा निर्णय लेने जा रहे हैं या किसी शुभ कार्य की शुरुआत करना चाहते हैं तो रवि योग का लाभ उठाना चाहिए। यह योग कार्य में सफलता, उन्नति और समृद्धि प्रदान करता है।
👉 व्यक्तिगत कुंडली और शुभ समय जानने के लिए विशेषज्ञ ज्योतिष से सलाह अवश्य लें।