उत्पीड़न दोष क्या है? प्रभाव, कारण और निवारण के उपाय | सम्पूर्ण जानकारी

शनि ग्रह वैदिक मंत्र

उत्पीड़न दोष क्या है? प्रभाव, कारण और निवारण के उपाय | सम्पूर्ण जानकारी

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Dosha in Kundali refers to defects or imbalances caused by unfavorable planetary positions. Mangal Dosha brings challenges and instabilities in marriage, while Kaal Sarp Dosha occurs when all planets are positioned between Rahu and Ketu, causing difficulties. Nadi Dosha arises when the bride and groom have the same nakshatras, leading to an imbalance in marital relationships. Shani Sade-Saati Dosha is a challenging period of Saturn’s transit, causing obstacles and setbacks. Pitra Dosha is associated with negative karma and brings troubles to descendants.

📖 उत्पीड़न दोष क्या है?

उत्पीड़न दोष वैदिक ज्योतिष में एक विशेष प्रकार का ग्रह दोष होता है, जो किसी ग्रह पर शत्रु या पाप ग्रहों के प्रभाव के कारण बनता है। जब कोई शुभ ग्रह (जैसे चंद्र, गुरु, शुक्र) क्रूर ग्रहों (शनि, राहु, केतु, मंगल) के प्रभाव में आ जाता है, तब उसे उत्पीड़ित कहा जाता है और उस स्थिति को उत्पीड़न दोष कहा जाता है।जैसा कि आप सभी जानते हैं कि यह दोष बहुत प्रबल होता है और यह कभी भी कटता नहीं है परंतु प्रत्येक चंद्र ग्रहण के मध्यकाल में उपाय करने से यह दोष कुछ समय के लिए दब जाता है इसीलिए इस दोष का उपाय आजीवन प्रत्येक चंद्र ग्रहण के मध्यकाल में करना होता है। यदि किसी कारणवश किसी सज्जन का यह उपाय चंद्र ग्रहण के दिन करना छूट गया हो या अभी चंद्र ग्रहण आने में काफी समय बाकी बचा हुआ हो अथवा उत्पीड़न दोष का जो अशुभ फल आपकी कुंडली में लिखा है, वह बहुत ज्यादा आपके ऊपर हावी हो रहा हो तो उस बुरे प्रभाव को दबाने के लिए कुछ विशेष मुहूर्त दिए जा रहे हैं। आप इन दिए गए मुहूर्तों में भी उत्पीड़न दोष का उपाय कर सकते हैं। यह मुहूर्त भी चंद्र ग्रहण जितना प्रभाव रखने की क्षमता रखते हैं।


⚠️ कैसे बनता है उत्पीड़न दोष?

🔸 किसी शुभ ग्रह पर शनि, राहु, केतु, मंगल आदि ग्रहों की दृष्टि पड़ने या उनके साथ युति होने पर यह दोष उत्पन्न होता है।
🔸 जब किसी ग्रह के चारों ओर पाप ग्रह स्थित हों, तब भी यह दोष बनता है।


उत्पीड़न दोष के प्रभाव:

🔸 मानसिक तनाव और चिंता
🔸 स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव
🔸 आर्थिक समस्याएं
🔸 करियर में रुकावटें
🔸 वैवाहिक जीवन में असंतोष
🔸 जीवन में बार-बार परेशानियों का सामना


🕉️ उत्पीड़न दोष के निवारण के उपाय:

✅ उत्पीड़न दोष के निवारण हेतु निम्न उपाय किए जा सकते हैं —
1️⃣ ग्रह शांति पूजा कराएं।
2️⃣ ‘महामृत्युंजय मंत्र’ या ‘रुद्रसुक्त’ का नियमित पाठ करें।
3️⃣ रुद्राभिषेक करना विशेष रूप से लाभकारी होता है।
4️⃣ राहु-केतु शांति पूजा कराना भी उत्तम उपाय है।”Kundali Dasha & Remedies News: Dosha in Kundali refers to defects or imbalances caused by unfavorable planetary positions.
5️⃣ शनिवार के दिन गरीबों में काले वस्त्र, तिल या काले चने का दान करें।
6️⃣ हनुमान जी की पूजा और ‘हनुमान चालीसा’ का पाठ विशेष फलदायी होता है।
7️⃣ नवग्रह शांति यज्ञ भी करवाया जा सकता है।


📌 निष्कर्ष:

यदि आपकी कुंडली में उत्पीड़न दोष बन रहा है तो इसे अनदेखा न करें। यह जीवन में अनेक प्रकार की परेशानियां ला सकता है। अनुभवी ज्योतिषाचार्य से परामर्श लेकर विशेष पूजा और उपाय करवाएं ताकि जीवन में सुख, शांति और सफलता प्राप्त हो सके।

👉 व्यक्तिगत कुंडली अनुसार उपाय और परामर्श हेतु विशेषज्ञ ज्योतिष से सलाह लें।

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