बुध अष्टोत्तर शतनामावली | बुध के 108 नाम – Budh Ashtottara Shatnamavali | 108 Names of Budh

बुध अष्टोत्तर शतनामावली | बुध के 108 नाम – Budh Ashtottara Shatnamavali | 108 Names of Budh
June 21, 2025
श्री बुध अष्टोत्तरशतनामावली (Shri Budha Ashtottara Satanamavali) बुध ग्रह के 108 नामों का एक स्तोत्र है। यह स्तोत्र बुध ग्रह की स्तुति और पूजा के लिए पढ़ा जाता है, जो ज्योतिष में बुद्धि, वाणी, और व्यापार के कारक माने जाते हैं। बुध अष्टोत्तर शतनामावली का हर बुधवार को जाप किसी मंदबुद्धि को भी बुद्धिवान बना देता है।
बुध कवच – बुध ग्रह कवच ! मान्यता है कि अगर किसी व्यक्ति का बुध मजबूत है तो उसे जीवन में यश, कीर्ति और प्रसिद्धि की प्राप्ति होती है. माना जाता है कि बुध ग्रह को मजबूत करने के लिए आज के दिन (बुधवार) बुध कवच और बुध स्तोत्र का पाठ करना चाहिए. कहते हैं कि बुधवार के दिन बुध कवच (Budh Kavach) का पाठ करना शुभ माना जाता है
ॐ बुधाय नमः।
ॐ बुधार्चिताय नमः।
ॐ सौम्याय नमः।
ॐ सौम्यचित्ताय नमः।
ॐ शुभप्रदाय नमः।
ॐ दृढव्रताय नमः।
ॐ दृढफलाय नमः।
ॐ श्रुतिजालप्रबोधकाय नमः।
ॐ सत्यवासाय नमः।
ॐ सत्यवचसे नमः।
ॐ श्रेयसां पतये नमः।
ॐ अव्ययाय नमः।
ॐ सोमजाय नमः।
ॐ सुखदाय नमः।
ॐ श्रीमते नमः।
ॐ सोमवंशप्रदीपकाय नमः।
ॐ वेदविदे नमः।
ॐ वेदतत्त्वज्ञाय नमः।
ॐ वेदान्तज्ञानभास्वराय नमः।
ॐ विद्याविचक्षणाय नमः।
ॐ विभवे नमः।
ॐ विद्वत्प्रीतिकराय नमः।
ॐ ऋजवे नमः।
ॐ विश्वानुकूलसञ्चाराय नमः।
ॐ विशेषविनयान्विताय नमः।
ॐ विविधागमसारज्ञाय नमः।
ॐ वीर्यवते नमः।
ॐ विगतज्वराय नमः।
ॐ त्रिवर्गफलदाय नमः।
ॐ अनन्ताय नमः।
ॐ त्रिदशाधिपपूजिताय नमः।
ॐ बुद्धिमते नमः।
ॐ बहुशास्त्रज्ञाय नमः।
ॐ बलिने नमः।
ॐ बन्धविमोचकाय नमः।
ॐ वक्रातिवक्रगमनाय नमः।
ॐ वासवाय नमः।
ॐ वसुधाधिपाय नमः।
ॐ प्रसन्नवदनाय नमः।
ॐ वन्द्याय नमः।
ॐ वरेण्याय नमः।
ॐ वाग्विलक्षणाय नमः।
ॐ सत्यवते नमः।
ॐ सत्यसङ्कल्पाय नमः।
ॐ सत्यबन्धवे नमः।
ॐ सदादराय नमः।
ॐ सर्वरोगप्रशमनाय नमः।
ॐ सर्वमृत्युनिवारकाय नमः।
ॐ वाणिज्यनिपुणाय नमः।
ॐ वश्याय नमः।
ॐ वाताङ्गाय नमः।
ॐ वातरोगहृते नमः।
ॐ स्थूलाय नमः।
ॐ स्थैर्यगुणाध्यक्षाय नमः।
ॐ स्थूलसूक्ष्मादिकारणाय नमः।
ॐ अप्रकाशाय नमः।
ॐ प्रकाशात्मने नमः।
ॐ घनाय नमः।
ॐ गगनभूषणाय नमः।
ॐ विधिस्तुत्याय नमः।
ॐ विशालाक्षाय नमः।
ॐ विद्वज्जनमनोहराय नमः।
ॐ चारुशीलाय नमः।
ॐ स्वप्रकाशाय नमः।
ॐ चपलाय नमः।
ॐ जितेन्द्रियाय नमः।
ॐ उदङ्मुखाय नमः।
ॐ मखासक्ताय नमः।
ॐ मगधाधिपतये नमः।
ॐ हरये नमः।
ॐ सौम्यवत्सरसञ्जाताय नमः।
ॐ सोमप्रियकराय नमः।
ॐ सुखिने नमः।
ॐ सिंहाधिरूढाय नमः।
ॐ सर्वज्ञाय नमः।
ॐ शिखिवर्णाय नमः।
ॐ शिवङ्कराय नमः।
ॐ पीताम्बराय नमः।
ॐ पीतवपुषे नमः।
ॐ पीतच्छत्रध्वजाङ्किताय नमः।
ॐ खड्गचर्मधराय नमः।
ॐ कार्यकर्त्रे नमः।
ॐ कलुषहारकाय नमः।
ॐ आत्रेयगोत्रजाय नमः।
ॐ अत्यन्तविनयाय नमः।
ॐ विश्वपावनाय नमः।
ॐ चाम्पेयपुष्पसङ्काशाय नमः।
ॐ चारणाय नमः।
ॐ चारुभूषणाय नमः।
ॐ वीतरागाय नमः।
ॐ वीतभयाय नमः।
ॐ विशुद्धकनकप्रभाय नमः।
ॐ बन्धुप्रियाय नमः।
ॐ बन्धमुक्ताय नमः।
ॐ बाणमण्डलसंश्रिताय नमः।
ॐ अर्केशानप्रदेशस्थाय नमः।
ॐ तर्कशास्त्रविशारदाय नमः।
ॐ प्रशान्ताय नमः।
ॐ प्रीतिसम्युक्ताय नमः।
ॐ प्रियकृते नमः।
ॐ प्रियभाषणाय नमः।
ॐ मेधाविने नमः।
ॐ माधवसक्ताय नमः।
ॐ मिथुनाधिपतये नमः।
ॐ सुधिये नमः।
ॐ कन्याराशिप्रियाय नमः।
ॐ कामप्रदाय नमः।
ॐ घनफलाश्रयाय नमः।
॥ इति श्री बुध अष्टोत्तरशतनामावली ॥
बुध देव से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर – :- बुध ग्रह के देवता कौन से हैं? बुद्ध (बहुविकल्पी) के साथ भ्रमित न हों। बुध ( संस्कृत : बुध ) बुध ग्रह के लिए संस्कृत शब्द है। बुद्ध भी बुध ग्रह के देवता हैं। उन्हें सोमाया , रोहिनाया , के नाम से भी जाना जाता है और वह अश्लेषा , ज्येष्ठा और रेवती नक्षत्रों (चंद्र हवेली) पर शासन करते हैं। बुध अच्छा हो तो क्या होता है? जिस व्यक्ति का बुध अच्छा होता है, वह अपने कामों की ओर सभी का ध्यान आकर्षित करता है। हथेली में तात्विक चिन्ह हों और व्यक्ति बुध प्रधान हो तो जातक अपनी कुशाग्र बुद्धि के बलबूते पर अच्छे निर्णय लेकर व्यापार-व्यवसाय में खूब उन्नति करता है। बुध को कैसे खुश करें? बुध को मजबूत करने के लिए, ज्योतिषी बुद्ध को समर्पित मंत्रों का जाप करने, हरे कपड़े पहनने, बुधवार को उपवास करने, पन्ना रत्न पहनने, भगवान विष्णु की पूजा करने और जरूरतमंदों को दान करने की सलाह देते हैं। ये अभ्यास ज्ञान, बुद्धिमत्ता और संचार कौशल को बढ़ा सकते हैं। बुध मजबूत कब होता है? ज्योतिष शुभ कार्यों में सफलता पाने हेतु कुंडली में बुध ग्रह मजबूत करने की सलाह देते हैं। बुध देव की पूजा बुधवार के दिन होती है। इस दिन भगवान श्रीगणेश और श्रीकृष्ण जी की भी पूजा होती है। अगर आप भी कुंडली में बुध ग्रह मजबूत करना चाहते हैं, तो बुधवार के दिन स्नान-ध्यान के बाद भगवान गणेश की पूजा करें।
बुध कवच – बुध ग्रह कवच ! अस्य श्रीबुधकवचस्तोत्रमन्त्रस्य, कश्यप ऋषिः,अनुष्टुप् छन्दः, बुधो देवता, बुधप्रीत्यर्थं जपे विनियोगः ! अथ बुध कवचम् बुधस्तु पुस्तकधरः कुङ्कुमस्य समद्युतिः !पीताम्बरधरः पातु पीतमाल्यानुलेपनः ‖ 1 ‖ कटिं च पातु मे सौम्यः शिरोदेशं बुधस्तथा !नेत्रे ज्ञानमयः पातु श्रोत्रे पातु निशाप्रियः ‖ 2 ‖ घाणं गन्धप्रियः पातु जिह्वां विद्याप्रदो मम |कण्ठं पातु विधोः पुत्रो भुजौ पुस्तकभूषणः ‖ 3 ‖ वक्षः पातु वराङ्गश्च हृदयं रोहिणीसुतः !नाभिं पातु सुराराध्यो मध्यं पातु खगेश्वरः ‖ 4 ‖ जानुनी रौहिणेयश्च पातु जङ्घ्??उखिलप्रदः !पादौ मे बोधनः पातु पातु सौम्यो??उखिलं वपुः ‖ 5 ‖ अथ फलश्रुतिः एतद्धि कवचं दिव्यं सर्वपापप्रणाशनम् !सर्वरोगप्रशमनं सर्वदुःखनिवारणम् ‖ 6 ‖ आयुरारोग्यशुभदं पुत्रपौत्रप्रवर्धनम् !यः पठेच्छृणुयाद्वापि सर्वत्र विजयी भवेत् ‖ 7 ‖ ‖ इति श्रीब्रह्मवैवर्तपुराणे बुध कवच सम्पूर्णम् ‖
बुध देव से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर –– बुध कवच क्या है?
उत्तर: बुध गृह कवच को बुद्धि, संचार कौशल और रिश्तों में सुधार के लिए जाना जाता है। कवच का किसी के स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और पहनने वाले को रक्त शर्करा और दबाव के स्तर को बनाए रखने में मदद मिलती है। बुध ग्रह कवच पहनने वाले को मानसिक शांति प्रदान करता है। बुध को खुश करने के लिए क्या करना चाहिए? बुध को मजबूत करने के लिए, ज्योतिषी बुद्ध को समर्पित मंत्रों का जाप करने, हरे कपड़े पहनने, बुधवार को उपवास करने, पन्ना रत्न पहनने, भगवान विष्णु की पूजा करने और जरूरतमंदों को दान करने की सलाह देते हैं। ये अभ्यास ज्ञान, बुद्धिमत्ता और संचार कौशल को बढ़ा सकते हैं।
बुध ग्रह के देवता कौन से हैं?बुद्ध (बहुविकल्पी) के साथ भ्रमित न हों। बुध ( संस्कृत : बुध ) बुध ग्रह के लिए संस्कृत शब्द है। बुद्ध भी बुध ग्रह के देवता हैं। उन्हें सोमाया , रोहिनाया , के नाम से भी जाना जाता है और वह अश्लेषा , ज्येष्ठा और रेवती नक्षत्रों (चंद्र हवेली) पर शासन करते हैं।
कवच कैसे काम करता है? कवच ने प्रासंगिक सिग्नलिंग नियंत्रण स्टेशनों के साथ संचार किया, सिग्नल पहलुओं, अनुमत गति, आंदोलन प्राधिकरण और किसी भी प्रतिबंध पर जानकारी प्राप्त करने के लिए इंटरलॉकिंग के साथ इंटरफेस किया गया; इन मानदंडों को प्रत्येक ट्रेन के रिपोर्ट किए गए मानदंडों के विरुद्ध लगातार और स्वचालित रूप से जांचा जाता है और प्रस्तुत किया जाता है बुध को खुश कैसे करें? पक्षियों और अन्य पंख वाले प्राणियों को भीगे हुए हरे चने खिलाने से कुंडली में कमजोर बुध को मजबूत किया जा सकता है। विशेषकर बुधवार को पूरी श्रद्धा से दान करें।
ज्योतिष शास्त्र में दान करना अच्छे कर्म करने का एक सकारात्मक तरीका है। बुध से शुभ फल के लिए बुध यंत्र धारण करें या प्रयोग करें। बुध को किसकी पूजा होती है?बुध ग्रह को शांत रखना बहुत जरूरी है क्योंकि ये बुद्धि, विवेक और वाणी के स्वामी होते हैं. इसलिए इनको खुश रखने के लिए भगवान गणेश की पूजा नियमित करनी चाहिए. Ganesh pooja tips : आप ‘ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:’ मंत्र का जाप 17, 5 या 3 बार जप माला के साथ करें !बुध के उपाय क्या है?बुध ग्रह की शांति के लिए व्रत करने के साथ-साथ जातक को हरा वस्त्र, मूंगी, कांस्य, घृत, पुष्प, कपूर, मिस्री, हाथी दांत, सुवर्ण, पन्ना, दक्षिणा आदि का दान करना चाहिए। ऐसा करने से बुध के प्रभाव को कम किया जा सकता है और बुध के प्रभाव से होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है।