शुक्र के ये उपरत्न धारण करने से बदल सकती है आपकी किस्मत ।
शुक्र के ये उपरत्न धारण करने से बदल सकती है आपकी किस्मत ।
June 13, 2019
शुक्र ग्रह के विशेष रत्न और उनसे प्राप्त होने वाले लाभ –
1. हीरा रत्न :
हीरा को शुक्र का रत्न माना जाता है, हीरा वे सभी व्यक्ति पहन सकते हैं जिनकी जन्म कुंडली में शुक्र अच्छे भावों का अधिपति होता है, हीरा को धारण करने से आयु वृद्धि जीवन रक्षा, स्वास्थ्य लाभ, व्यापार में लाभ एवं अन्य शुभ फल प्राप्त होते हैं।
और इसके अलावा जो भी व्यक्ति नींद में चौंक जाता हो जिसे भूत एवं पिशाच का डर लगता हो व शारीरिक दृष्टि से कमजोर हो तो ऐसी स्थिति में उसे नीली झाई वाला हीरा धारण करना चाहिए।
प्रेमी या प्रेमिका या सामने वाले को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए हीरे की अंगूठी उपहार में देनी चाहिए एवं स्वयं भी पहननी चाहिए।
जिस घर में पति-पत्नी का विवाद तथा घर में कलह का वातावरण रहता हो उन्हें हीरा धारण करना चाहिए, हीरा अपनी खूबियों से दोनों में प्रेम का बीज बो देता है।
2. सफेद पुखराज रत्न :
सफ़ेद पुखराज को भी शुक्र ग्रह का उपरत्न माना जाता है, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन पुरुषों की कुंडली में शुक्र ग्रह की कमी हो जाती है, या फिर यह ग्रह पीड़ित या कमजोर हो जाए, तो ऐसे व्यक्तियों को गुप्त रोग आसानी से जकड़ लेते हैं अतः जिन जातकों को नपुंसकता जैसे गुप्त रोग कष्ट दे रहे हो उन्हें हीरा या हीरे का उपरत्न सफ़ेद पुखराज रत्न धारण करना चाहिए।
सफ़ेद पुखराज रत्न को शुक्र ग्रह को बलवान बनाने के लिए धारण किया जाता है तथा धारक के लिए शुभ होने पर यह उसे सांसरिक सुख-सुविधा, ऐशवर्य, मानसिक प्रसन्नता तथा अन्य बहुत कुछ प्रदान कर सकता है।
जिन कन्याओं का विवाह न हो पा रहा हो अथवा विवाह में विघ्न आ रहा हो यदि ऐसी कन्याएं पुखराज रत्न धारण करे तो विवाह शीघ्र संपन्न हो जाता है।
न्याय, धर्म और शैक्षिक क्षेत्र से जुड़े व्यक्तियों को पुखराज रत्न पहनना चाहिए, प्रशासनि सेवाओं में कार्यरत व्यक्तियों को भी इस रत्न को पहनने से शुभ फल प्राप्त होते है, पुखराज रत्न को धारण करने से विवेक और स्मरणशक्ति बढ़ती हैं और इसके साथ ही यह रत्न आर्थिक स्थिति को प्रबल करता हैं, भाग्य प्रबल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं।
हीरे के अतिरिक्त शुक्र को बल प्रदान करने के लिए सफेद पुखराज रत्न को धारण किया जाना भी काफी लाभदायक होता है।
3. फिरोजा रत्न :
नीले आकाशीय रंग सा फिरोजा रत्न शुक्र ग्रह का उपरत्न माना जाता है और इसे धारण करने से रिश्तों में प्रगाढ़ता आती है और प्रेम का संचार होता है।
फिरोजा रत्न धारण करने से भविष्य में आने वाले संकटों से भी निजात दिलाता है जैसे कि भूत प्रेत बाधा और दैवी आपदा जैसी भयानक शक्तियां अपना सिर नहीं उठा पाती हैं।
फिरोजा रत्न कई तरह के रोगों को काटने का काम भी करता है, विशेष रूप से दिल से जुड़ी बीमारियों को ठीक करने के लिए इस रत्न का प्रयोग किया जाता है और इसके अलावा यह रत्न आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए और गुर्दे संबंधी रोगों से भी निजात दिलाता है।
फिरोजा रत्न को शनि व बुध ग्रह को बल देने के लिए भी प्रयोग किया जाता है।
4. ओपल रत्न :
ओपल रत्न को भी शुक्र ग्रह का अन्य उपरत्न माना जाता है, ओपल अर्द्ध कीमती रत्न है, इसे पहनने से सदाचार, सदचिन्तन और धार्मिक कामों में मन रमता है।
ओपल रत्न को धारण करने से नेत्र रोग, मानसिक तनाव, उदासीनता, आलस्य और लाल रक्त कणिकाओं से संबंधित विकारों में राहत मिलती है।
ओपल रत्न हमारे अनुभव के अनुसार भी बहुत बढ़िया फल देता है, कुछ ज्योतिषी तो यहाँ तक मानते हैं, कि यह हीरे से भी अधिकं प्रभावी होता है।
ओपल रत्न उन लोगों को जो कपड़े, फैशन, गहने, कलाकृतियों, महंगी कारें आदि के सौदों से जुड़े रहते है या वो लोग जो इन सब चीज़ों का व्यापार करते है ऐसे व्यक्तियों को ओपल रत्न पहनने या रखने से इन चीज़ों से जुड़े सौदो में लाभ होता है।
ओपल रत्न पहनने के लाभ में से एक यह भी है कि यह किसी के प्यार के जीवन या वैवाहिक संबंधों में जोश और शक्ति लाता है, यह एक परेशान शादीशुदा ज़िन्दगी में स्थिरता लाने और एक व्यक्ति के समग्र सामाजिक संबंधों में सुधार लाने के लिए भी लाभकारी होता है।