नमो भगवते एकद्रष्टाय हस्ति मुखाय
नमो भगवते एकद्रष्टाय हस्ति मुखाय
May 16, 2019
“ॐ नमो भगवते एकद्रष्टाय हस्ति मुखाय लम्बोदराय उच्छिष्ट महात्मने
क्रां क्रौं क्रीं ह्रीं घं घे घे उच्छिष्ठाय स्वाहा ”
मन्त्र करने में अत्यन्त सरल, शीघ्र फल को प्रदान करने वाला, अन्न और धन की वृद्धि के लिए, प्रभु कृपा को प्रदान करने वाला भगवान गणेश जी का ये दिव्य साधना प्रयोग है। इसकी साधना करते हुए मुँह को जूठा रखा जाता है।मन ही मन मन्त्र जाप करते समय गुड की डली रखे ,चबाये नही -जाप के बाद खा सकते है !!
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