तान्त्रिक प्रयोग तांत्रिक विद्या – कितनी बुरी कितनी भली
तान्त्रिक प्रयोग तांत्रिक विद्या – कितनी बुरी कितनी भली
May 29, 2019
तांत्रिक प्रयोग” शब्द का अर्थ है “तांत्रिक विद्या से जुड़े कार्य” या “तांत्रिक विधि से किए जाने वाले प्रयोग”. तंत्र एक प्राचीन भारतीय विद्या है जो रहस्यमय और अलौकिक शक्तियों से संबंधित है, और इसका उपयोग विभिन्न प्रकार के उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है, जैसे कि आध्यात्मिक विकास, उपचार, या यहां तक कि कुछ लोगों द्वारा हानिकारक प्रभाव डालने के लिए भी। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि तंत्र एक जटिल और विवादास्पद विषय है, और इसके विभिन्न पहलुओं को अलग-अलग दृष्टिकोणों से देखा जाता है।
अपने ऊपर तान्त्रिक प्रयोग का कैसे पता करें ।
1) रात को सिरहाने एक लोटे मैं पानी भर कर रखे और इस पानी को गमले मैं लगे या बगीचे मैं लगे किसी छोटे पौधे मैं सुबह डाले । 3 दिन से एक सप्ताह मे वो पौधा सूख जायेगा है ।
2) रात्रि को सोते समय एक हरा नीम्बू तकिये के नीचे रखे और प्रार्थना करे कि जो भी नेगेटिव क्रिया हूई इस नीम्बू मैं समाहित हो जाये । सुबह उठने पर यदि नीम्बू मुरझाया या रंग काला पाया जाता है तो आप पर तांत्रिक क्रिया हुई है।
3) यदि बार बार घबराहट होने लगती है, पसीना सा आने लगता हैं, हाथ पैर शून्य से हो जाते है । डाक्टर के जांच मैं सभी रिपोर्ट नार्मल आती हैं।लेकिन अक्सर ऐसा होता रहता तो समझ लीजिये आप किसी तान्त्रिक क्रिया के शिकार हो गए है ।
4) आपके घर मैं अचानक अधिकतर बिल्ली,सांप, उल्लू, चमगादड़, भंवरा आदि घूमते दिखने लगे ,तो समझिये घर पर तांत्रिक क्रिया हो रही है।
5) आपको अचानक भूख लगती लेकिन खाते वक्त मन नही करता ।
6) भोजन मैं अक्सर बाल, या कंकड़ आने लगते है ।
7) घर मे सुबह या शाम मन्दिर का दीपक जलाते समय विवाद होने लगे या बच्चा रोने लगे ।
8) घर के मन्दिर मैं अचानक आग लग जाये ।
9) घर के किसी सदस्य की अचानक मौत ।
10) घर के सदस्यों की एक के बाद एक बीमार पढ़ना ।
11) घर के जानवर जैसे गाय, भैंस, कुत्ता अचानक मर जाना।
12) शरीर पर अचानक नीले रंग के निशान बन जाना ।
13) घर मे अचानक गन्दी बदबू आना ।
14) घर मैं ऐसा महसूस होना की कोई आसपास है ।
15) आपके चेहरे का रंग पीला पड़ना ये भी एक कारण हैं की जितना प्रबल तन्त्र प्रयोग होगा आपके मुह का रंग उतना ही पिला पड़ता जायेगा आप दिन प्रतिदिन अपने आपको कमज़ोर महसूस करेंगे।
16) आपके पहने नए कपड़े अचानक फट जाए, उस पर स्याही या अन्य कोई दाग लगने लग जाए, या जल जाए।
17) घर के अंदर या बाहर नीम्बू, सिंदूर, राई , हड्डी आदि सामग्री बार बार मिलने लगे।
18) चतुर्दशी या अमावस्या को घर के किसी भी सदस्य या आप अचानक बीमार हो जाये या चिड़चिड़ापन आने लग जाये ।
19) घर मैं रुकने का मन नही करे, घर मे आते ही भारीपन लगे,जब आप बाहर रहो तब ठीक लगे*
वास्तु दोष करे दूर
घर का वास्तु दोष दूर करने के लिए चन्दन का चूरा, अश्वगंधा और गोखरूचूर्ण में कपूर मिलाकर लगातार 40 दिन तक हवन करना चाहिए।
नजर दोष करे दूर
जिस व्यक्ति या बच्चे को नजर दोष की समस्या हो उसे चन्दन की छाल का धुआं देने से नजर दोष दूर हो जाता है। इसके अलावा नित्य चन्दन का तिलक लगाने से मन को शांति मिलती है एंव आज्ञा चक्र सक्रिय होकर शुभ फल देने लगता है।
घर की खुशहाली के लिए
यदि आपके घर में आये दिन समस्याएं दस्तक देती रहती हैं तो गुरुपुष्य नक्षत्र के एक दिन पहले चन्दन के पेड़ की जड़ पर पीले चावल, जल चढ़ाकर धूप दिखाकर आमंत्रित कर दें। उसके दूसरे दिन उसी पेड़ की थोड़ी सी लकड़ी लाकर एक लाल कपड़े में बांधकर मुख्यद्वार पर टांग दें। धीरे-धीरे घर की खुशियां वापस आ जाएंगी।
सूर्यदेव को जल चढ़ाते समय लाल मिर्च के 21 दाने लेकर उन्हें जल में डालें और 21 दिन तक सूर्योदय के समय सूर्य देव को जल चढ़ाएं जल चढ़ाते वक़्त ॐ दुस्टा नमः मंत्र का जाप करें और भगवान सूर्य के अपने काम के प्रति प्रार्थना करें। अगर आप इस उपाय को 21 दिन तक करेंगे तो निश्चय ही काम में आ रही बाधा दूर हो जाएंगे।
हर व्यक्ति का कोई शत्रु होता है या उसके व्यापार में उन्नति देख कर उससे दूसरे लोग ईर्ष्या करने लगते हैं और कुछ तांत्रिक प्रयोग करवा देते हैं जिससे वह कष्ट में रहता है। घर में भी आय कम रहती है और क्लेश का वातावरण बना रहता है। अगर किसी ने घर या व्यापार पर तांत्रिक प्रयोग कर दिया हो अथवा घर में कलह और तनाव है या प्रयत्न करने पर भी व्यापार में उन्नति नहीं हो रही है तो समझना चाहिए कि अवश्य किसी ने घर या व्यापार पर कोई प्रयोग करा रखा है।
इसके लिए यह प्रयोग अवश्य ही करें:
यह तांत्रिक प्रयोग कृष्ण पक्ष रविवार के दिन आरंभ करना चाहिए। रात्रि को स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनकर पूजा स्थान में आसन के ऊपर एक थाली रखें। थाली में अभिमंत्रित ‘काली हकीक की माला’ स्थापित करें तथा माला के बीच में तेल का एक दीपक जला दें। माला के प्रत्येक मनके पर सिंदूर का तिलक करें, फिर निम्र मंत्र का जाप करें :
ॐ रं रं भूत-प्रेत बाधां निवारय यं यं ॐ फट्। जप समाप्ति पर मन में प्रार्थना करें कि हमारे घर में या दुकान में जो भी प्रयोग है वह दूर हो और मेरा जीवन सुखद रहे, फिर रात को उस दीपक को किसी चौराहे पर रख दें। इस प्रकार यह प्रयोग करने से भूत-प्रेत बाधा दूर हो जाती है।
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